Maa Brahmacharini Aarti Lyrics in Hindi | ब्रह्मचारिणी माता आरती - Lyricsnona

Maa Brahmacharini Aarti Lyrics in Hindi | ब्रह्मचारिणी माता आरती

Navratri 2022 2nd Day Maa Brahmacharini Aarti Lyrics in Hindi

नवरात्रि के दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की जाती है। शास्त्रों के अनुसार ब्रह्मचारिणी का अर्थ तप की चारिणी यानि तप का आचरण करने वाली बताया गया है। आज मां की कृपा प्राप्त करने के लिए मां ब्रह्मचारिणी की आरती जरूर करें।

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मां ब्रह्मचारिणी की आरती

जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता।
जय चतुरानन प्रिय सुख दाता।
ब्रह्मा जी के मन भाती हो।
ज्ञान सभी को सिखलाती हो।
ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा।
जिसको जपे सकल संसारा।
जय गायत्री वेद की माता।
जो मन निस दिन तुम्हें ध्याता।
कमी कोई रहने न पाए।
कोई भी दुख सहने न पाए।
उसकी विरति रहे ठिकाने।
जो ​तेरी महिमा को जाने।
रुद्राक्ष की माला ले कर।
जपे जो मंत्र श्रद्धा दे कर।
आलस छोड़ करे गुणगाना।
मां तुम उसको सुख पहुंचाना।
ब्रह्माचारिणी तेरो नाम।
पूर्ण करो सब मेरे काम।
भक्त तेरे चरणों का पुजारी।
रखना लाज मेरी महतारी।

Brahmacharini Mata Aarti by Anuradha Paudwal

जय ब्रम्चारिणी माँ
मैया जय ब्रम्चारिणी माँ ।
अपने भक्त जानो पर
करती सदा दया ।।

जय ब्रम्चारिणी माँ ।।

दर्शन अनुपम मधुरं
साधना रत रहती ।
शिव जी की आरधना
मैया सदा करती ।।

जय ब्रम्चारिणी माँ ।।

बाहिने हाथ कमंडल
दाहिने में माला ।
रूप जो त्रिमय अद्भुत
सुख देने वाला ।।

जय ब्रम्चारिणी माँ ।।

देवऋषि मुनि साधु
गुण माँ के गाते ।
शक्ति स्वरूपा मैया
सबकुछ तुझको ध्याते ।।

जय ब्रम्चारिणी माँ ।।

संजम तब वैराग्य
प्राणी वो पाता ।
ब्रम्चारिणी माँ को
निशिदिन जो ध्याता ।।

जय ब्रम्चारिणी माँ ।।

नवदुर्गाओं में मैया
दूजा तुम्हारा स्वरूप ।
स्वेत वस्त्र धारिणी माँ
ज्योतिर्मय तेरा रूप ।।

जय ब्रम्चारिणी माँ ।।

दूजे नवरात्रे मैया
जो तेरा व्रत धरे ।
करके दया जगजननी
तू उसको तारे ।।

जय ब्रम्चारिणी माँ ।।

शिव प्रिय शिवा ब्राह्मणी
हमपे दया करियो ।
बालक है तेरे ही
दया दृष्टि रखियो ।।

जय ब्रम्चारिणी माँ ।।

शरण तिहारी आये
ब्रम्हाणी माता ।
करुणा हमपे दिखाओ
शुभ फल की दाता ।।

जय ब्रम्चारिणी माँ ।।

माँ ब्रम्चारिणी की आरती
जो कोई गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी
मनवांछित फल पावे ।।

जय ब्रम्चारिणी माँ ।।

जय ब्रम्चारिणी माँ
मैया जय ब्रम्चारिणी माँ ।
अपने भक्त जानो पर
करती सदा दया ।।

जब आप ये आरती कर लेंगे उसके बाद मां दुर्गा की आरती भी करें